रवि दहिया ( Ravi Dahiya) ने जीता भारत के लिए सिल्वर मेडल .
भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया ने Tokyo Olympic के 57 किग्रा भारवर्ग कुश्तो में रूसी पहलवान ज़ावुर उगुएव से 4-7 से पराजित होकर ओलंपिक में रजत पदक जीता है।
23 साल के रवि कुमार दहिया का यह पहला ओलंपिक था और पहले ओलंपिक में ही रवि दहीया ने रजत पदक जीता है जो आने वाले युवा खिलाडियों के एक प्रेरणादायी है .
हरियाण के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रवि दहिया को 4 करोड़ की राशी इनाम में देने की घोषणा की है.
इससे पहले 04 अगस्त को सेमी फाइनल के लिए खेले गये मुकाबले में में रवि दहिया ( Ravi Dahiya) ने जीता भारत के लिए सिल्वर मेडल . ने कजाकिस्तान के नूरइस्लाम सानायेव (Nurislam Sanayev) को पराजित किया था
नंबर 2 वरीयता प्राप्त रूस के उगुएव (Uguev) 2018 और 2019 के विश्व चैंपियन रह चुके हैं . यूगुएव ने लगातार 25 अंतरराष्ट्रीय मैच जीते हैं।
उम्मीदें थीं कि 23 साल के रवि दहिया ( Ravi Dahiya) ने जीता भारत के लिए सिल्वर मेडल . यह मैच जीत कर भारत के सबसे कम उम्र के ओलंपिक चैंपियन बनेंगें जिसके लिए रवि ने आखिरी सेकेंड तक जी जान लगा कर कोशिश भी किया । दहिया 2019 के विश्व चैंपियनशिप में भी रूस के उगुएव से पराजित हो चुके हैं|
रवि दहिया ( Ravi Dahiya) हरियाणा के सोनीपत के नहारी गाँव के रहने वाले हैं .उनके पिता जी एक किसान हैं. 10 साल की उम्र से ही रवि दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अभ्यास करने लगे थे . एक छोटे से गाँव से निकल कर Tokyo Olympic में भारत का परचम लहराने वाले रवि दहिया पर देश को गर्व है.
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