आज का आर्टिकल संसद में होने वाली सामान्य प्रक्रिया से सम्बंधित है जिसमें प्रश्न काल (Question Hour), शून्य काल ( Zero Hour), तारांकित प्रश्न ( Stared Question), अतारांकित प्रश्न ( Unstared Question), अल्प सूचना प्रश्न जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक को कवर किया गया है।
हमें उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ लेने के बाद आपको प्रश्न काल क्या है,शून्य काल क्या है, प्रश्न काल एवं शून्य काल में अंतर क्या है जैसे जटिल विषय को आसानी से समझ जाएंगे साथ ही तारांकित प्रश्न क्या है, अतारांकित प्रश्न क्या है तथा पुरक प्रश्न क्या है, का भी जवाब सरल शब्दों में मिल जाएगा।
प्रश्न काल (Question Hour)
प्रश्न काल क्या होता है Prashan kal kise kahte hai
प्रायः प्रश्न काल (Question Hour) संसद के दोनों सदन यथा लोक सभा तथा राज्य सभा के बैठक का प्रथम घण्टा होता है जिनमें संसद के सदस्यों द्वारा लोक महत्व के राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय मामलों के सम्बंध में सम्बंधित मंत्रिपरिषद से प्रश्न पूछा जाता है।
प्रश्न काल का समयावधि दिन के 11 बजे से लेकर 12 बजे तक का होता है जिसमें संसद के सदस्यों द्वारा मंत्रिपरिषद से सवाल जवाब किया जाता है। इन्हीं सवालों और जवाबों की इस प्रक्रिया के कारण इसे प्रश्न काल कहा जाता है।
यह भी पढ़ें संविधान संशोधन क्या है, संविधान संशोधन कैसे होता है ?
प्रश्न काल में सामान्यतः तीन प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं जो निम्नलिखित है :
- तारांकित प्रश्न ( Stared Question)
- अतारांकित प्रश्न ( Unstared Question)
3.अल्प सूचना प्रश्न
तारांकित प्रश्न ( Stared Question) तारांकित प्रश्न क्या होता है
सामान्य तौर पर प्रश्न काल के दौरान किसी सांसद द्वारा किसी प्रश्न पर तारा(*) यानी कि स्टार मार्क लगाकर पूछे गए प्रश्न को तारांकित प्रश्न कहा जाता है।
किसी भी तारांकित प्रश्न का जवाब मौखिक रूप में तुरंत का तुरंत दिया जाता है ताकि प्रश्न पूछने वाले संसद के सदस्यों को उनका त्वरित जवाब मिल सके। गौरतलब है कि तारांकित प्रश्न के जवाब में पुनः संसद के सदस्यों द्वारा पूरक प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं।
ज्ञातव्य है कि क्वेश्चन ऑवर दौरान किसी प्रश्न को ‘तारांकित’ माना जाए या ‘अतारांकित’ इसका अंतिम निर्णय तथा स्थिति का वर्णन लोक सभा के अध्यक्ष तथा राज्य सभा के सभापति द्वारा तय किया जाता है।
अतारांकित प्रश्न ( Unstared Question) अतारांकित प्रश्न क्या होता है
तारांकित प्रश्न में जहां प्रश्न पूछने वाला तुरंत जवाब चाहता है वहीं अतारांकित प्रश्न में प्रश्न पूछने वाला तुरंत जवाब नहीं चाहता है। अतारांकित प्रश्न के शीर्ष पर स्टार (*) यानी कि स्टार मार्क नहीं लगा रहता है जिसका अर्थ यह होता है कि सम्बंधित प्रश्न का जवाब मंत्रिपरिषद को लिखित रूप में संसद के पटल पर देना होता है।
गौरतलब है कि तारांकित प्रश्न के भांति अतारांकित प्रश्न का पूरक प्रश्न नहीं पूछा जाता है। तारांकित प्रश्न में जहां मंत्रिपरिषद को तत्काल जवाब देने के लिए बाध्य होना पड़ता है वहीं अतारांकित प्रश्न का उत्तर देने में मंत्रिपरिषद को लिखित स्वरूप के लिए समय दिया जाता है।
यह भी पढ़ें – भारतीय संविधान की अनुसूचियाँ
★ तारांकित तथा अतारांकित प्रश्नों को पूछने के लिए, 10 दिन पहले इसकी सूचना सदन को देना पड़ता है।
अल्प सूचना प्रश्न
सामान्यतः किसी भी लोकमहत्व के तात्कालिक मामलों के सम्बंध में कम समय की सूचना पर पूछे जाने वाले प्रश्न को अल्प सूचना प्रश्न कहा जाता है। हालांकि यह अल्प समय का अल्प सूचना प्रश्न सामान्यतः साधारण प्रश्न के लिए निर्धारित समय के बीच पूछा जाता है।
चूंकि यह कम समय का तथा लोकमहत्व के विषय से सम्बंधित होता है अतः सामान्यतः अल्प सूचना प्रश्न का उत्तर मौखिक रूप में ही दिया जाता है।
पूरक प्रश्न क्या होता है
पूरक प्रश्न का मतलब क्या है
सामान्यतः जब संसद में शून्यकाल के दौरान तारांकित प्रश्न पूछे जाते हैं तो उस प्रश्न से सम्बंधित पूरक प्रश्न भी जाते हैं।
पूरक प्रश्न और कुछ नहीं सम्बंधित प्रश्न से जुड़े प्रश्नों की एक प्रश्नावली होती है जिसे संसद के सदस्य उस प्रश्न से जुड़े हर एक पहलू से सवाल करते हैं। तारांकित प्रश्न से जुड़े किसी भी बात को लेकर पूछे गए सवाल को ही पूरक प्रश्न की संज्ञा दी जाती है।
शून्य काल ( Zero Hour)
शून्य काल क्या होता है Shunya kaal kise kahte hai
संसद के दोनों सदनों यथा लोक सभा तथा राज्य सभा में Question Hour के तुरंत बाद का एक घण्टे का समय शून्य काल या Zero Hour कहा जाता है।
गौरतलब है कि भारत की संसदीय प्रक्रिया में कहीं भी ‘शून्यकाल’ शब्द का उल्लेख नहीं किया गया है। चूंकि यह प्रश्नकाल (11-12बजे) के तुरंत बाद 12 बजे (00 बजे) शुरू होता है जिसके कारण भारतीय मीडिया द्वारा इसे ‘शून्य काल’ का नाम दे दिया गया है।
शून्य काल को सामान्यतः ‘प्रश्न-उत्तर सत्र’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें बिना किसी पूर्व सूचना के सार्वजनिक महत्व के किसी भी विषय पर किसी के द्वारा सवाल उठाया जा सकता है जिसका जवाब उस प्रश्न से सम्बंधित मंत्री परिषद को देना पड़ता है।
संसदीय व्यवस्था में शून्य काल भारत की देन है जिसकी शुरूवात वर्ष 1962 में किया गया था। फिलहाल शून्य काल यानी कि 12 बजे से लेकर 1 बजे के बीच कुल 20 मामलों की चर्चा की जा सकती है।
प्रश्न काल और शून्य काल में क्या अंतर है
प्रश्न काल और शून्य काल में निम्नलिखित अंतर हैं :
क) संसद के सदनों की प्रथम बैठक काल के प्रथम घण्टे को प्रश्न काल कहा जाता है जबकि प्रश्न काल के बाद के एक घण्टे को शून्य काल कहा जाता है।
ख). Question Hour की अवधि 11 बजे से लेकर 12 बजे तक होती है जबकि शून्य काल की अवधि 12 बजे से लेकर 1 बजे तक होती है।
ग) प्रश्न काल में पूरक प्रश्न पूछे जा सकते हैं जबकि शून्य काल में ऐसा कोई प्रावधान वर्णित नहीं है।
घ). प्रश्न काल में तीन प्रकार के प्रश्न पूछने का प्रावधान है जबकि शून्य काल में ऐसा कोई प्रावधान नहीं।
यह भी पढ़ें – मौलिक अधिकार और नीति निदेशक तत्व में अंतर तथा अंत: सम्बन्ध
प्रश्न काल एवं शून्य काल MCQ
Question Hour एवं शून्य काल से Exams में पूछे गए प्रश्न
- प्रश्न काल की प्रक्रिया सर्वप्रथम कहाँ शुरू हुई थी ?
- इंग्लैंड में ( सन 1721 में)
- तारांकित प्रश्नों के दिए गए जवाबों से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्नों को कौन सा प्रश्न कहते हैं ?
- पूरक प्रश्न
- तारांकित तथा अतारांकित प्रश्नों को पूछने के लिए, कितने दिन पहले इसकी सूचना सदन को देना पड़ता है ?
- 10 दिन पहले
- संसदीय प्रणाली में शून्य काल किस देश की देन है ?
- भारत
- प्रश्नोत्तर सत्र अथवा प्रश्न-उत्तर सत्र किसे कहा जाता है ?
- शून्य काल को ( 12 बजे -1 बजे तक)
- लोक सभा में ‘शून्य काल’ की अवधि अधिक से अधिक कितनी हो सकती है ?
- 1 घण्टा
- शून्य काल में किसी मामले को उठाने के लिए सदस्यों द्वारा कितने बजे पूर्व अध्यक्ष को सूचना देना होता है ?
- 10 बजे
- शून्य काल के दौरान राज्य सभा में अधिक से अधिक कितने प्रश्न उठाये जा सकते हैं ?
- 7
- संसद में प्रश्न काल का समय कितना निर्धारित किया गया है ?
- 11बजे से लेकर 12 बजे तक
- संसद में शून्य काल का समय कितना निर्धारित किया गया है ?
- 12 बजे से लेकर 1 बजे तक
अभी तक आपने इस आर्टिकल में यह समझ लिया कि शून्य काल किसे कहते हैं, शून्यकाल का अर्थ, शून्यकाल मतलब, जीरो आवर, शून्यकाल meaning in hindi. दो बार इस आर्टिकल को अच्छे से पढ़ लेने के बाद तथा शून्य काल एवं प्रश्न काल से सम्बंधित mcq को सॉल्व कर लेने के बाद आपको कभी भी प्रश्न काल एवं शून्य काल में क्या अंतर है, का कन्फ्यूजन नहीं होगा।
***
आप हमे फेसबुक के THE GKJANKARI पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं |
अन्य gkjanari पढ़े.
शून्य आधारित बजट का जनक कौन है?, शून्य आधारित बजट किस देश की देन है? (gkjankari.com)
Share Market Kya Hai और शेयर मार्केट में पैसे कैसे लगाते हैं . – (gkjankari.com)
सहायक संधि Subsidiary Alliance क्या है ?
MOTIVATIONAL BOOKS : वो दस किताबें जिन्होंने लोगों की जिन्दगी बदल दी .
THE ASHES- द एशेज सीरिज का इतिहास
रेडक्लिफ लाइन क्या है ?What is Radcliffe Line ?
मूल कर्तव्य (Fundamental Duties) और उनके महत्त्व.