Kochi Mangaluru Natural Gas Pipeline से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 450 किलोमीटर लंबी कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का उद्घाटन किया गया है।
- यह पाइपलाइन केरल के कोच्चि से कर्नाटक के दक्षिणा कन्नड़ जिले के एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में प्राकृतिक गैस ले जाएगी।
- इस प्रोजेक्ट को भारत की नवरत्न कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड ने तैयार किया है। GAIL भारत की प्रमुख प्राकृतिक गैस कंपनी है।
- गेल लिमिटेड को सितंबर 2014 में कई बाधाओं के कारण इस परियोजना को रोकना पड़ा था।
- Kochi Mangaluru Natural Gas Pipeline केरल और कर्नाटक की सरकारों के सक्रिय समर्थन का एक ऐतिहासिक उदाहरण है।
- कोच्चि में औद्योगिक और घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति दिन 4 मिलियन क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति होगी।
- यह पाइपलाइन, कोच्चि से मंगलुरु के लिए तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) रेग्युलेशन टर्मिनल से प्रति दिन 12 मिलियन मीट्रिक मानक क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस के परिवहन की क्षमता रखती है।
- यह पाइपलाइन विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में अलग-अलग शहर गैस वितरण (सीजीडी) क्षेत्रों में घरों, वाणिज्यिक इकाइयों और संपीड़ित प्राकृतिक गैस (CNG) के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) के रूप में पर्यावरण के अनुकूल किफायती ईंधन की सुविधाजनक और निर्बाध आपूर्ति लाएगी। ।
- कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन पेट्रोकेमिकल और fertilizer sector के लिए स्वच्छ औद्योगिक ईंधन और फीडस्टॉक की पेशकश करेगी और कई गैस आधारित उद्योगों को उभरने का अवसर प्रदान करेगी।
- विशेषज्ञों के अनुसार कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन से इन राज्यों के लोगों को सामाजिक-आर्थिक लाभ होगा और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
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