QUIT INDIA MOVEMENT

भारत छोड़ो आन्दोलन 1942

TOP 20 FACTS OF QUIT INDIA MOVEMENT

  1. 14 जुलाई, 1942 को वर्धा में हुए कांग्रेस की समिति की बैठक ने  ‘भारत छोड़ो’ प्रस्ताव पास किया। जिसके अध्यक्ष अबुल कलाम आजाद थे।
  2. वर्धा के गवालिया टैंक मैदान  में 7 अगस्त 1942 को “वर्धा प्रस्ताव” यानी कि ‘भारत छोड़ो’ प्रस्ताव की पुष्टि हुई। और 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरुवात हुई।
  3. भारत छोड़ो प्रस्ताव को पंडित नेहरू ने प्रस्तुत किया था जिसका समर्थन सरदार पटेल ने किया था। जिसका आलेख स्वयं गाँधीजी ने अबुल कलाम आजाद और पंडित नेहरू के सहयोग से तैयार किया था।
  4. भारत छोड़ो आन्दोलन (QUIT INDIA MOVEMENT) में ही प्रथम बार गाँधीजी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। जिसका मतलब था ” हम भारत को या तो आजाद करेंगे या आजादी के प्रयास में दिवंगत होंगे।”
  5. आन्दोलन को रोकने के लिए ब्रिटिश सरकार ने ऑपरेशन जीरो के तहत गाँधीजी और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। और गाँधीजी को सरोजनी नायडू के साथ पूना के आगा खां पैलेस में रख दिया ।
  6. राजेन्द्र प्रसाद को पटना के बांकीपुर जेल में ही नजरबंद रखा। और पण्डित नेहरू, अबुल कलाम आजाद जैसे नेताओं को अहमदनगर किले में रखा गया था।
  7. भारत छोड़ो आन्दोलन का सबसे व्यापक प्रभाव बम्बई, बंगाल, बिहार, उड़ीसा,यूपी एवं मद्रास में था। बिहार में गया, सारण, पूर्णिया, शाहाबाद, मुजफ्फरपुर और चम्पारण तथा यूपी में आजमगढ़, बलिया, और गोरखपुर प्रमुख आन्दोलन के केंद्रबिंदु थे। 
  8. भारत छोड़ो आन्दोलन (QUIT INDIA MOVEMENT 1942) के समय ब्रिटिश के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल थे एवं भारत के प्रधान सेनापति लार्ड वेबेल थे।
  9. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण हजारीबाग के सेंट्रल जेल से फरार हुए और भूमिगत रहते हुए छापामार युद्ध का सफल संचालन किया। राममनोहर लोहिया एवं उषा मेहता उस समय भूमिगत रेडियो का संचालन किया करते थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान ही जयप्रकाश नारायण को एक राष्ट्रीय स्तर के नेता के रूप में पहचान मिली।
  10. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान भारत के कई क्षेत्रों में समानांतर सरकार की स्थापना की जैसे कि बलिया,सतारा,तामलुक एवं तलचर जैसे प्रमुख क्षेत्र थे। सतारा में सबसे लंबे समय तक (1943-1945 तक) समानांतर सरकार चलाने का नाम अंकित है जिसे प्रति सरकार के नाम से जाना जाता है।  
  11. अगस्त प्रस्ताव (अगस्त 1940) एवं क्रिप्स मिशन ( 1942) की असफलताओं ने भारत छोड़ो आन्दोलन को जन्म दिया था। और भारत छोड़ो आन्दोलन का नेतृत्व गाँधीजी ने किया था।
  12.  वायसराय लिनलिथगो ने भारत छोड़ो आन्दोलन को 1857 के बाद का सबसे गम्भीर विद्रोह नाम दिया।
  13. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान बम्बई में भाषण देते हुए गाँधीजी के बारे में पट्टाभि सीतारमैया लिखे थे कि ‘ वास्तव में गाँधीजी उस दिन अवतार एवं पैगम्बर की प्रेरक शक्ति से प्रेरित होकर भाषण दे रहे थे।”
  14. अरुणा आसफ अली ने भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान मुंबई के गवालिया टैंक मैदान में कांग्रेस का झण्डा फहराया था।
  15. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान 250 रेलवे स्टेशन, 500 से ज्यादा डाकघर तथा 150 थानों पर हमला हुआ। यह ब्रिटिश सत्ता की बड़ी हिंसा का जवाब था।
  16. अमेरिकी पत्रकार लुई फिशर भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान गाँधीजी का जीवनीकार था।
  17. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान सी राजगोपालाचारी ने The Way Out नामक पैम्फलेट प्रसारित किया जिसमें संवैधानिक गतिरोध का हल था।
  18. ऑपरेशन रुबिकॉन भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान ब्रिटिशों द्वारों बनाया गया कोड था जो गाँधीजी की आमरण अनशन के बाद उनकी मौत की ख़बर प्रसारित करने से सम्बंधित था।
  19. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान जिन्ना ने ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सहयोग किया। उसने मुसलमानों को आंदोलन से दूर रहने को कहा।
  20. हिन्दू महासभा, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, सीपीआई, यूनियन पार्टी ऑफ पंजाब तथा मुस्लिम लीग जैसे पार्टियों ने कभी भारत छोड़ो आन्दोलन का समर्थन नहीं किया था।

अन्य GK जानकारी

भारत छोड़ो आन्दोलन 1942

असहयोग आंदोलन (1920-22) TOP 20 FACTS OF NON COOPERATION MOVEMENT

आप हमे फेसबुक के THE GKJANKARI पेज पर फॉलो कर सकते हैं | ट्विटर – GKJANKARI

Related Posts

2 thoughts on “भारत छोड़ो आन्दोलन 1942

  1. Bahut badiya or sarthak Jankari Agami parikshao k maddenajar yah ati mahatwapurn sabit hoga dhanywad team gkjankari

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
HAPPY BIRTHDAY प्रियदर्शिनी GK FACT – National Unity Day क्यों मनाया जाता है ऋषि सुनक का जीवन परिचय सूर्य ग्रहण क्यों होता है Abdul Kalam Quotes